July 5, 2025

2025 सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्गों के उन हिस्सों पर टोल शुल्क में 50 फीसदी तक की कमी की है, जहां पर पुल, सुरंग, फ्लाईओवर या ऊंचे रास्ते जैसी संरचनाएं हैं। इस कदम से लोगो के गाड़ी चालकों का खर्च कम हो जाएगा

2025 मे सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्गों के उन हिस्सों पर टोल शुल्क में 50 फीसदी तक की कमी की है, जहां पुल, सुरंग, फ्लाईओवर या ऊंचे रास्ते जैसी संरचनाएं हैं। इस कदम से गाड़ी चालकों के लिए यात्रा का खर्च कम हो जाएगा।

टोल शुल्क के नए नियम 2025
राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल प्लाजा पर शुल्क 2008 के एनएच शुल्क नियमों के आधार पर लिया जाता है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इन नियमों में बदलाव किया है और टोल शुल्क की गणना के लिए एक नया तरीका या फॉर्मूला लागू किया

2 जुलाई 2025 को जारी अधिसूचना में कहा गया है कि अगर राष्ट्रीय राजमार्ग का कोई हिस्सा ऐसी संरचनाओं से बना है, तो शुल्क की गणना के लिए या तो उस संरचना की लंबाई को दस गुना करके राजमार्ग की बाकी लंबाई में जोड़ा जाएगा, या फिर राजमार्ग के कुल हिस्से की लंबाई को पांच गुना किया जाएगा। इनमें से जो भी कम होगा, उसी के आधार पर शुल्क लिया जाएगा। यहां ‘संरचना’ से मतलब है कोई स्वतंत्र पुल, सुरंग, फ्लाईओवर या ऊंचा राजमार्ग।

नए टोल शुल्क का उदाहरण
मंत्रालय ने नए टोल शुल्क को समझाने के लिए कुछ उदाहरण दिए हैं। एक उदाहरण में बताया गया है कि अगर राष्ट्रीय राजमार्ग का कोई हिस्सा 40 किलोमीटर लंबा है और यह पूरी तरह से किसी संरचना से बना है, तो न्यूनतम लंबाई की गणना इस तरह होगी: संरचना की लंबाई को दस गुना करें, यानी 10 x 40 = 400 किलोमीटर, या फिर राजमार्ग के कुल हिस्से की लंबाई को पांच गुना करें, यानी 5 x 40 = 200 किलोमीटर। टोल शुल्क की गणना कम लंबाई, यानी 200 किलोमीटर के आधार पर होगी। इसका मतलब है कि इस मामले में टोल शुल्क सड़क की आधी लंबाई, यानी 50 फीसदी पर ही लिया जाएगा।

पुराने नियम और बदलाव की वजह
पहले के नियमों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजमार्गों पर हर किलोमीटर की संरचना के लिए सामान्य टोल शुल्क का 10 गुना शुल्क देना पड़ता था। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुराना टोल गणना का तरीका ऐसी संरचनाओं के निर्माण की ज्यादा लागत को पूरा करने के लिए बनाया गया था। लेकिन अब सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की नई अधिसूचना ने फ्लाईओवर, अंडरपास और सुरंग जैसे हिस्सों के लिए टोल शुल्क को 50 फीसदी तक कम कर दिया है

1 जुलाई 2025 से कई सरकारी नियम बदल गए हैं। नया पैन कार्ड अब आधार से लिंकिंग के बिना नहीं बनेगा, ITR की तारीख बढ़ गई है, रेलवे टिकट बुकिंग में आधार जरूरी होगा, टिकट महंगे होंगे, GST रिटर्न में बदलाव, बैंकों के नियम और दिल्ली में पुराने वाहन बैन हो गए है

आज से देशभर में कई अहम नियम लागू हो गए हैं, जिनका असर सीधे आपकी जेब, यात्रा, टैक्स रिटर्न और रोजमर्रा की सुविधाओं पर पड़ेगा। केंद्र सरकार, रेलवे, बैंक और राज्य सरकारों ने कुछ नियमों में बदलाव किए हैं। कुछ नए नियम आपके लिए राहत लेकर आए हैं, तो कुछ आपकी जेब पर बोझ डाल सकते हैं। आइए, इन बदलावों को एक-एक करके समझते हैं।

रेलवे टिकट बुकिंग के नए नियम

अब तत्काल टिकट बुक करने के लिए भी आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा। 15 जुलाई से ऑनलाइन या ऑफलाइन टिकट बुकिंग में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन लागू होगा, इसके तहत रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर OTP आएगा।
साथ ही, टिकट कीमतों में बढ़ोतरी हो गयी है. नॉन-एसी कोच में 1 पैसा प्रति किलोमीटर और एसी कोच में 2 पैसे प्रति किलोमीटर महंगा होगा। रिजर्वेशन चार्ट अब ट्रेन रवाना होने से 8 घंटे पहले बनेगा ताकि वेटिंग लिस्ट यात्रियों को वैकल्पिक इंतजाम करने में आसानी हो।

इंटरबैंक कॉल मनी मार्केट का समय:

RBI ने इंटरबैंक कॉल मनी मार्केट का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे के बजाय अब रात 7 बजे तक कर दिया है। इससे बैंकों को आपस में पैसे उधार लेने-देने के लिए दो घंटे ज्यादा मिलेंगे।

आयकर रिटर्न (ITR) की तारीख बढ़ी

CBDT ने नौकरीपेशा लोगों को राहत देते हुए ITR दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई से बढ़ाकर 15 सितंबर कर दी है। यानी अब 46 दिन का अतिरिक्त समय मिलेगा। सलाह यही है कि दस्तावेज तैयार होते ही जल्द से जल्द ITR दाखिल कर दें ताकि आखिरी समय की तकनीकी गड़बड़ियों से बचा जा सके।

GST रिटर्न में बदलाव

GSTN ने जुलाई से GSTR-3B रिटर्न को नॉन-एडिटेबल बना दिया है। अब यह GSTR-1/1A डेटा से ऑटो-पॉपुलेट होगा और एक बार जमा करने के बाद इसमें कोई बदलाव संभव नहीं होगा। यह खासकर बिजनेस करने वालों के लिए बड़ा बदलाव है

आधार-पैन लिंकिंग


1 जुलाई से नया पैन कार्ड बनवाने के लिए आधार नंबर देना जरूरी होगा। पहले ड्राइविंग लाइसेंस या जन्म प्रमाणपत्र से काम चल जाता था, लेकिन अब बिना आधार नया पैन कार्ड बनाना मुश्किल होगा। जिनके पास पहले से पैन कार्ड है, उन्हें 31 दिसंबर 2025 तक आधार से लिंक करना होगा, वरना पैन कार्ड निष्क्रिय हो जाएगा। इससे टैक्स प्रोसेस पारदर्शी बनेगी

क्रेडिट कार्ड के नियम बदले

SBI, HDFC और ICICI जैसे बड़े बैंकों ने क्रेडिट कार्ड के कुछ नियम बदल दिए हैं। SBI ने अपने प्रीमियम कार्ड्स से एयर टिकट पर मिलने वाला हवाई दुर्घटना बीमा बंद कर दिया है। इसके अलावा, न्यूनतम देय राशि (MAD) की गणना का तरीका भी बदला जाएगा, जिससे आपके बिल भुगतान में बदलाव आएगा।

दिल्ली में पुराने वाहनों पर बैन

दिल्ली सरकार ने प्रदूषण रोकने के लिए पुराने (End-of-Life) वाहनों पर सख्ती बढ़ा दी है। अब 1 जुलाई से दिल्ली के 520 पेट्रोल और डीजल पंपों पर ANPR कैमरे लगाए गए हैं, जो वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर को VAHAN डेटाबेस से चेक करेंगे

इन नए नियमों से कुछ लोग राहत महसूस करेंगे, तो कुछ को जेब पर असर पड़ेगा। बेहतर होगा कि आप इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए अपनी यात्रा, टैक्स और वित्तीय योजनाओं को अपडेट कर लें

 fcईरान ने स्‍टेट ऑफ होर्मूज बंद करने का ऐलान क‍िया है, जिससे अमेर‍िका समेत पूरी दुन‍िया में टेंशन बढ़ गई है. अमेर‍िका ने ईरान को चेतावनी दी है क‍ि अगर बंद क‍िया तो तबाह कर देंगे. उधर, पाक‍िस्‍तान ने दोस्‍ती निभाते हुए ईरान के समर्थन में यूएन में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है

मिडिल ईस्ट की जंग अब अपने सबसे खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई है. ईरान और इजराइल की टकराव की आग में अब अमेरिका भी खुलकर कूद चुका है. अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों- फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर इतिहास का सबसे सफल सैन्य हमला किया है. इस बीच पाक‍िस्‍तान कूद पड़ा है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने X पोस्ट में बताया कि ईरान के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई जा रही है. इसे पाकिस्तान, चीन और रूस का समर्थन है. अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर बड़े हमले के बाद यह कूटनीतिक हलचल तेज हुई है. पाकिस्तान का समर्थन दिखाता है कि वह इस हमले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाना चाहता है. इस बीच अमेर‍िका ने तुर्की, जॉर्डन, कुवैत समेत कई देशों को अलर्ट पर रहने को कहा है. क्‍योंक‍ि ऐसी आशंका है क‍ि ईरान पलटवार कर सकता है और अमेर‍िकी बेसों को न‍िशाना बना सकता है. इस बीच ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स ने कहा क‍ि हमने उन जगहों की पहचान कर ली है, जहां से ईरान पर अटैक हुआ. हम इसका जवाब जरूर देंगे.

इससे पहले ट्रंप ने कहा, ‘FORDOW IS GONE.’ यानी फोर्डो अब अस्तित्व में नहीं रहा. इससे भड़के ईरान ने अब पलटवार शुरू कर दिया है. ईरान ने इजरायल पर मिसाइलों की बारिश शुरू कर दी है. तेल अवीव में सायरन बज रहे हैं. इजरायली डिफेंस फोर्स ने लोगों से सुरक्षित रहने को कहा है. इस बीच इजरायल ने बड़ा बयान द‍िया है. इजरायल की सेना ने कहा क‍ि ईरान में अभी हमारा लक्ष्‍य पूरा नहीं हुआ है. हमले तब तक जारी रहेंगे जब तक क‍ि हमारे टारगेट पूरे नहीं हो जाते. ईरान क्‍या अमेर‍िका पर अटैक करेगा? इसी पर पूरी दुन‍िया की नजर है. अमेर‍िकी राष्‍ट्रपत‍ि डोनाल्‍ड ट्रंप ने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर द‍िए हैं. वह पल पल पर नजर रख रहे हैं. खुफ‍िया एजेंस‍ियां अलर्ट मोड पर हैं. ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल डैन केन और रक्षा सचिव पीट हेगसेथ सुबह 8 बजे ईटी में पेंटागन में अमेरिकी ऑपरेशन के बारे में पत्रकारों को जानकारी देने के लिए तैयार हैं.

इस हमले में अमेरिका ने पहली बार अपनी सबसे ताकतवर बम तकनीक GBU-57A यानी ‘बंकर बस्टर’ का इस्तेमाल किया. 13,600 किग्रा वजनी ये बम इतने घातक थे कि 60-90 मीटर गहराई में बनी फोर्डो की न्यूक्लियर साइट भी ध्वस्त हो गई. हमला करने आए 6 B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर्स ने कुल 12 बंकर बस्टर गिराए, जबकि एक B-2 ने नतांज पर 2 और बम बरसाए. वहीं अमेरिकी नौसेना की पनडुब्बियों ने नतांज और इस्फहान पर 30 टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें दागीं. ट्रंप ने कहा, ‘ईरान मिडिल ईस्ट का सबसे बड़ा आतंकी समर्थक है. हमने ताकत दिखाई, अब वक्त है शांति का.’ लेकिन ईरान की प्रतिक्रिया इससे कहीं ज़्यादा विस्फोटक रही. रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने कहा, ‘अब हमारे लिए युद्ध शुरू हो चुका है. उन्हें जहां देखो, मार दो.’ खामेनेई के प्रतिनिधि ने भी कहा, ‘बहरीन में अमेरिकी नौसेना पर हमला करो और हॉर्मुज जलडमरूमध्य को बंद कर दोccc

हर साल की तरह इस बार भी 21 जून को इंटरनेशनल योग डे मनाया जा रहा है. इस बार योग दिवस की थीम को पृथ्वी और पर्यावरण से जोड़ा गया है. इस मौके पर कई अलग अलग कार्यक्रम भी आयोजित होंगे

योग न केवल भारत की प्राचीन परंपरा का अनमोल तोहफा है, बल्कि ये पूरी दुनिया के लिए सेहतमंद जीवन का रास्ता भी है. योग शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक संतुलन को भी बनाए रखने में मदद करता है. भारत में योग (Bharat Me Yog Ka Mahatav) का इतिहास बेहद पुराना है और अब पूरा विश्व इस विधा पर यकीन करने लगा है. यही वजह है कि हर साल 21 जून को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day Kab Hai) मनाया जाता है. ये दिन योग की महत्ता को पहचानने और इसके लाभों को फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है. इस बार भी 21 जून को ये दिन जोर शोर से मनाने की तैयारी है. जिसके लिए खास थीम भी रखी गई है

2025 की थीम क्या है? (International Yoga Day 2025 Theme)

इस साल यानी 2025 में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम है- “योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” यानी “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग”. इस साल की थीम ये जाहिर करती है कि हमारी सेहत और धरती की सेहत एक-दूसरे से जुड़ी हुई है. यह भारत के उस पुराने विचार ‘वसुधैव कुटुंबकम’ से जुड़ी है. जिसका मतलब है – सारी दुनिया एक परिवार है. ये 11वां योग दिवस है और इसे और खास बनाने के लिए सरकार ने 10 प्रमुख कार्यक्रमों की योजना बनाई है.
क्या हैं ये 10 प्रमुख कार्यक्रम?

2025 की थीम क्या है? (International Yoga Day 2025 Theme)

इस साल यानी 2025 में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम है- “योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” यानी “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग”. इस साल की थीम ये जाहिर करती है कि हमारी सेहत और धरती की सेहत एक-दूसरे से जुड़ी हुई है. यह भारत के उस पुराने विचार ‘वसुधैव कुटुंबकम’ से जुड़ी है. जिसका मतलब है – सारी दुनिया एक परिवार है. ये 11वां योग दिवस है और इसे और खास बनाने के लिए सरकार ने 10 प्रमुख कार्यक्रमों की योजना बनाई है.
क्या हैं ये 10 प्रमुख कार्यक्रम?
1.    योग संगम – 1 लाख स्थानों पर सामूहिक योग प्रदर्शन
2.    योग बंधन – योग से सामाजिक जुड़ाव बढ़ाना
3.    योग पार्क – सार्वजनिक स्थानों पर योग केंद्र
4.    योग समावेश – सबको जोड़ने वाली योग पहल
5.    योग प्रभाव – योग के सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा
6.    योग कनेक्ट – डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से योग जोड़ना
7.    हरित योग – पर्यावरण संरक्षण से जुड़ा योग
8.    योग अनप्लग्ड – सोशल मीडिया से दूर शांति से योग
9.    योग महाकुंभ – विशाल योग आयोजन
10.    संयोग – अन्य कलाओं व परंपराओं के साथ योग का मेल

योग दिवस 21 जून को ही क्यों?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव रखा था कि योग के महत्व को देखते हुए एक अंतरराष्ट्रीय दिवस घोषित किया जाए. 11 दिसंबर 2014 को UNGA ने ये प्रस्ताव पारित कर दिया और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया. 21 जून इसलिए चुना गया क्योंकि ये उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है और इसे आध्यात्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है.

पहली बार कब मनाया गया योग दिवस? (International Yoga Day History)

पहली बार ये दिन 21 जून 2015 को मनाया गया था. इस दिन दिल्ली में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ था जिसमें 35,985 लोगों ने एक साथ योग किया और 84 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए. इस आयोजन ने दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स भी बनाए.
पीएम मोदी का योग पर संदेश
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था, “योग हमारे प्राचीन परंपरा का अमूल्य उपहार है. ये शरीर और मन, विचार और कर्म, आत्मा और ब्रह्मांड के बीच एकता का प्रतीक है. ये सिर्फ व्यायाम नहीं है, बल्कि खुद को, समाज को और प्रकृति को जानने का माध्यम है.”

क्यों जरूरी है योग? (Significance Of International Yoga Day)

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव, चिंता, नींद न आना, पीठ दर्द जैसी समस्याएं आम हो गई हैं. योग इन सभी परेशानियों से राहत देने में मदद करता है. ये न केवल शरीर को लचीला और मजबूत बनाता है, बल्कि ध्यान और प्राणायाम से मन को भी शांत करता है. खासकर छात्रों के लिए योग फोकस बढ़ाने, अच्छी नींद लाने और पॉश्चर ठीक करने में मदद करता है

कनाडा की खुफिया एजेंसी सीएसआईएस की रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है, ‘खालिस्तानी चरमपंथी मुख्य रूप से भारत में हिंसा को बढ़ावा देने, पैसे जुटाने या प्लान बनाने के लिए कनाडा को आधार के रूप में इस्तेमाल करना जारी रखे हुए हैं

कनाडा ने पहली बार स्वीकार किया है कि खालिस्तानी चरमपंथी भारत में हिंसा-आतंकवाद फैलाने के लिए कनाडा की जमीन का इस्तेमाल कर रहे हैं. कनाडा की खुफिया एजेंसी (CSIS) की हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि खालिस्तानी कनाडा का इस्तेमाल भारत में हिंसा को बढ़ावा देने, धन जुटाने या प्लान बनाबनाने के रूप में कर रहे हैं

CSIS ने बुधवार को अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कुछ प्रमुख चिंताओं और खतरों को रेखांकित किया है

कनाडा की खुफिया एजेंसी सीएसआईएस की रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है, ‘खालिस्तानी चरमपंथी मुख्य रूप से भारत में हिंसा को बढ़ावा देने

धन जुटाने या योजना बनाने के लिए कनाडा को आधार के रूप में इस्तेमाल करना जारी रखे हुए हैं

भारत विरोधियों के गढ़ बना कनाडा’

सीएसआईएस की रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि कनाडा भारत विरोधी तत्वों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह बन गया है, जिससे सालों से उठाई जा रही भारत की चिंताएं पुष्ट होती हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि 1980 के दशक के मध्य से, कनाडा में PMVE का खतरा मुख्य रूप से CBKE के माध्यम प्रकट हुआ है

कोलकाता में 24 कैरेट सोना आज 1,00,360 रुपये तो वहीं 22 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम 91,990 रुपये की दर पर कारोबार कर रहा है बेंगलुरु में 24 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम 1,00,360 रुपये की दर से बिक रहा है

अंतरराष्ट्रीय जगत में हलचल के बीच सोने की कीमत में आज यानी 18 जून को भी गिरावट देखी जे रही है. जबकि चांदी के दाम में इजाफा हुआ है. 24 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम 1,00,360 रुपये पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोना 91,990 रुपये और 18 कैरेट सोना 75,270 रुपये के भाव से कारोबार कर रहा है. चांदी के दाम में आज तेजी देखी जा रही है. आज एक किलो दाम चांदी का भाव 1,10,100 रुपये हो गया है

आपके शहर का ताजा भाव-

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना 1,00,510 रुपये प्रति 10 ग्राम जबकि 22 कैरेट सोना 92,140 रुपये के भाव से बिक रहा है. आर्थिक राजधानी मुंबई में 24 कैरेट सोना 1,00,360 रुपये तो वहीं 22 कैरेट सोना 91,990 रुपये पर कारोबार कर रहा है. चेन्नई में 24 कैरेट सोने का भाव 1,00,360 रुपये है तो वहीं 22 कैरेट सोना 91,990 रुपये बिक रहा है.

कोलकाता में 24 कैरेट सोना आज 1,00,360 रुपये तो वहीं 22 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम 91,990 रुपये की दर पर कारोबार कर रहा है. बेंगलुरु में 24 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम 1,00,360 रुपये तो वहीं 22 कैरेट सोना 91,990 रुपये की दर से बिक रहा है. अगर चंडीगढ़ की बात करें तो यहां पर 24 कैरेट सोना 1,00,510 रुपये तो वहीं 22 कैरेट सोना 92,140 रुपये की दर से बिक रहा है.

हैदराबाद में 24 कैरेट सोना 1,00,360 रुपये प्रति 10 ग्राम तो वहीं 22 कैरेट सोना 91,990 रुपये की दर से बिक रहा है. इसी तरह से अहमदाबाद में 24 कैरेट सोना 1,00,410 रुपये जबकि 22 कैरेट सोना 92,040 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर कारोबार कर रहा है. गौरतलब है कि भारत में सोना सामाजिक और आर्थिक दोनों लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. किसी भी शादी-ब्याह से शुभ कार्य से लेकर पर्व त्योहार तक में सोने का होना अच्छा माना जाता है. 

सोना किसी परिवार के पास होना उसकी संपन्नता का प्रतीक भी माना जाता है. इसके अलावा, सोना के दाम कई फैक्टर से तय होते हैं, जैसे एक्सचेंज रेट, डॉलर की कीमत में उतार चढ़ाव, वैश्विक उथल-पुथल. अगर अंतरराष्ट्रीय जगत में हलचल होती है तो निवेशक कहीं और पैसे लगाने की बजाय सोने में निवेश को ही सबसे माकूल मानते हैं…

अगर आपने अभी हाल ही में 10वीं पास की है और आपके परिवार की सालाना आय कम है तो आपके लिए NSP Scholarship Yojana 2025 एक सुनहरा मौका लेकर आई है इस योजना के तहत आपको हर साल 75000 की छात्रवृति दी जा सकती है इसके लिए आपको कुछ आसन से स्टेप्स फॉलो करके आवेदन करना होता है

यह स्कॉलरशिप योजना खास तौर पर उन छात्रों के लिए है जो पढ़ने में अच्छे है लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर है अगर आपने 10वीं में कम से कम 50 % परसेंट नबर लाए है और आपके परिवार की साला इनकम 2.5 लख रुपए से कम है तो आप इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं यह योजना देश भर के सभी राज्यों के लिए लागू होती है

NSP Scholarship Yojana का फायदा उठाने के लिए सबसे पहले आपको नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल { NSP }की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा वहां पर New Registration वाला ऑप्शन मिलेगा उस पर क्लिक करके आपको अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा रजिस्ट्रेशन करते समयअपनी जानकारी और दस्तावेज अपलोड करना जरूरी है

आपके पास कुछ जरूरी डाक्यूमेंट्स भी होने चाहिए जैसे की 10वीं की मार्कशीट आधार कार्ड बैंक खाता पासबुक आय प्रमाण पत्र और पासवर्ड साइज फोटो यह सारे दस्तावेज अपलोड करने के बाद जब आप फॉर्म समिट करेंगे तो आपका आवेदन प्रोसेस में चला जाएगा अगर सब कुछ सही रहता है तो स्कॉलरशिप की लिस्ट में आपका नाम आ सकता है

सरकार हर साल NSP Scholarship Yojna के तहत हजारों छात्रों को स्कॉलरशिप देती है ताकि कोई भी बच्चा सिर्फ पैसों की वजह से अपनी पढ़ाई में रोक सके 75000 की राशि सीधे छात्रों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है जिससे वह आगे की पढ़ाई अच्छे से कर सके और उन्हें किताब कोचिंग या अन्य चीजों के लिए परेशान न होना पड़े

यह योजना उन बच्चों के लिए भी एक हौसला है जो गांव या छोटे कस्बो से है और पढ़ाई में अच्छा करना चाहते हैंअगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आवेदन जल्दी कर दे क्योंकि इसका आवेदन समय सीमित होता है और अंतिम तारीख निकलने के बाद आप इसका फायदा नहीं उठा पाएंगे

अगर आपने पहले से कोई स्कॉलरशिप नहीं ली है और एनएसपी पोर्टल पर पहली बार रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं तो सारी जानकारी ध्यान से भरे इसके अलावा रजिस्ट्रेशन के बाद लॉगिन करके अपने आवेदन की स्थिति भी समय-समय पर चेक करते रहे इससे आपको पता चलता रहेगा कि अब आपका आवेदन किस स्टेज पर है

तो अगर आप या आपके घर में कोई दसवीं पास छात्र है तो इस स्कॉलरशिप को बिल्कुल ना छोड़े 75000 की राशि आपके आगे के पढ़ाई के खर्चों में काफी मदद कर सकती है सरकारी योजना है भरोसेमंद है और प्रक्रिया भी पूरी तरह से ऑनलाइन है जिससे कोई दिक्कत नहीं आती है

एयर इंडिया का लंदन जा रहा विमान गुरुवार की दोपहर अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद एक मेडिकल कॉलेज कैंपस में दुर्घटनाग्रस्त हो गया इस विमान में दो पायलट और चालक दल के 10 सदस्य ₹242 लोग सवार थे

गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को जो भयानक दर्दनाक हादसा हुआ उसने देश के हर शख्स को गमगीन कर दिया और इंडिया का ड्रीम लाइनर प्लेन अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के लिए मिनट बाद ही बेहद खतरनाक ढंग से क्रश हो गया इस घातक प्लेन क्रैश में अभी तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जिस बिल्डिंग में प्लेन क्रैश हुआ उसमें मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट खाना खा रहे थे वह भी हादसे का शिकार हो गए प्लेन हादसे का मंजर इतना खौफनाक है कि जिसने भी इसे देखा उसका कलेजा मुंह में आ गया लोगों के शव कई हिस्सों में बिखरे हुए थे लोगों के शव इतनी बुरी तरह जले की उनकी पहचान तक नहीं हो पा रही थीइसलिए डीएनए जांच का सहारा लिया जा रहा है प्लेन में कुल 242 लोक सभा थे जिसमें 230 पैसेंजर 10 स्क्रू और दो अनुभवी पायलट सवार थे प्लेन में सवाल बस एक ही यात्री चमत्कारिक ढंग से बच निकला जिसका अब अस्पताल में इलाज चल रहा

जयशंकर ने अहमदाबाद व्यक्त करने वाले विदेशी नेताओं का आभार जताया

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसे में लोगों की मौत पर संवेदना व्यक्त करने के लिए शुक्रवार को सभी विदेशी नेताओं और सरकारों को धन्यवाद दिया लंदन के लिए रवाना हुआ बोइंग 787 ड्रीमलाइनर
{एआई 171 } विमान बृहस्पतिवार दोपहर सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद मेघाणी की नगर क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया इसमें यात्रियों और चलाक दल समेत 242 लोग सवार थे जिनमें से 241 की मौत हो गई है

अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में DNA सपीलिंग का काम चल रहा है

अहमदाबाद एयर इंडिया विमान दुर्घटना में मारे गए यात्रियों की पहचान के लिएअहमदाबाद के DNA सिविल अस्पताल में स्पेलिंग का कार्य चल रहा है

oknewsmedia

एनआईटी राउरकेला के वैज्ञानिकों ने सेमीकंडक्टर आधारित बायोसेंसर तकनीक विकसित की है, जिससे कैंसर का जल्दी और सटीक पता लगाया जा सकेगा। यह तकनीक बिना किसी अतिरिक्त रसायन के काम करती है और दूरदराज के क्षेत्रों में कैंसर निदान को आसान बना सकती है

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी), राउरकेला के शोधकर्ताओं ने एक ऐसा सेमीकंडक्टर आधारित बायोसेंसर तकनीक विकसित की है, जिससे कैंसर का आसानी से पता चल जाएगा। यह तकनीक ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में कैंसर निदान को सुलभ बनाने में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है

शोध से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, यह बायोसेंसर बिना किसी अतिरिक्त रसायन के काम करता है और कैंसर कोशिकाओं को स्वस्थ कोशिकाओं से अलग करने में अत्यधिक प्रभावी है। मौजूदा बायोसेंसिंग उपकरणों की तुलना में अधिक सटीक परिणाम देता है। शोध माइक्रोसिस्टम टेक्नोलॉजीज जर्नल में प्रकाशित किया गया है

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर प्रसन्न कुमार साहू के अनुसार, कैंसर एक प्रमुख वैश्विक स्वास्थ्य समस्या है और भारत में पिछले कुछ दशकों में स्तन कैंसर के मामलों में काफी वृद्धि हुई है। कैंसर कोशिकाएं प्रारंभिक अवस्था में कोई लक्षण नहीं दिखातीं, इसलिए प्रारंभिक निदान रोकथाम और उपचार के लिए महत्वपूर्ण है।

आसानी से होगा उपलब्ध
वर्तमान में एक्स-रे, मैमोग्राफी, एलिसा टेस्ट, अल्ट्रासोनोग्राफी और एमआरआई जैसी नैदानिक प्रक्रियाएं उपयोग की जाती हैं, लेकिन इन्हें विशेष उपकरणों और प्रशिक्षित कर्मियों की आवश्यकता होती है। ग्रामीण क्षेत्रों में ये सुविधाएं अक्सर उपलब्ध नहीं होतीं। कोविड-19 महामारी ने इन चुनौतियों को और उजागर किया, क्योंकि चिकित्सा संसाधनों के पुनर्वितरण से कैंसर स्क्रीनिंग और उपचार में देरी होती है।प्रोफेसर साहू ने कहा, इस बायोसेंसर से जटिल बुनियादी ढांचे पर निर्भरता कम होगी और यह सस्ता, तेज और आसानी से उपलब्ध होगा।

उत्तराखंड पहुंचे भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव जल्द करा जाएगा। कहा कि पहलगाम में आतंकी हमले के बाद प्रक्रिया थम गई थी

भाजपा में नए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया जल्द शुरू हो सकती है। प्रदेश चुनाव अधिकारी खजान दास ने 15 जून तक प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होने के संकेत दिए हैं। वहीं आज उत्तराखंड पहुंचे  भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने भी इस ओर संकेत दिए हैं

पहलगाम में आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के चलते भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई थी। हालांकि पहले यही माना जा रहा था कि प्रदेश संगठन को 30 अप्रैल तक नया प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा। अब जबकि भारत-पाक सीमा पर तनाव कम हुआ है और हालात भी सामान्य होते दिखाई दे रहे हैं तो भाजपा अपनी सांगठनिक गतिविधियों में जुट गई है

चुनाव कराने के लिए कभी भी पर्यवेक्षक की घोषणा
भाजपा के प्रदेश चुनाव अधिकारी खजान दास का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने हैं। प्रदेश में यह प्रक्रिया 15 जून तक कभी भी शुरू हो सकती है। केंद्रीय नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कराने के लिए कभी भी पर्यवेक्षक की घोषणा कर सकता है। पर्यवेक्षकों की तैनाती के साथ ही चुनाव प्रक्रिया शुरू हो जाएगी

अभी प्रदेश संगठन की कमान राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट के हाथों में है। प्रदेश अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले उन्हें ही इस पद का सबसे मजबूत दावेदार माना गया। बदली परिस्थितियों में दावेदारों के और नाम सामने आ सकते हैं