fcईरान ने स्टेट ऑफ होर्मूज बंद करने का ऐलान किया है, जिससे अमेरिका समेत पूरी दुनिया में टेंशन बढ़ गई है. अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी है कि अगर बंद किया तो तबाह कर देंगे. उधर, पाकिस्तान ने दोस्ती निभाते हुए ईरान के समर्थन में यूएन में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है
मिडिल ईस्ट की जंग अब अपने सबसे खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई है. ईरान और इजराइल की टकराव की आग में अब अमेरिका भी खुलकर कूद चुका है. अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों- फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर इतिहास का सबसे सफल सैन्य हमला किया है. इस बीच पाकिस्तान कूद पड़ा है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने X पोस्ट में बताया कि ईरान के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई जा रही है. इसे पाकिस्तान, चीन और रूस का समर्थन है. अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर बड़े हमले के बाद यह कूटनीतिक हलचल तेज हुई है. पाकिस्तान का समर्थन दिखाता है कि वह इस हमले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाना चाहता है. इस बीच अमेरिका ने तुर्की, जॉर्डन, कुवैत समेत कई देशों को अलर्ट पर रहने को कहा है. क्योंकि ऐसी आशंका है कि ईरान पलटवार कर सकता है और अमेरिकी बेसों को निशाना बना सकता है. इस बीच ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स ने कहा कि हमने उन जगहों की पहचान कर ली है, जहां से ईरान पर अटैक हुआ. हम इसका जवाब जरूर देंगे.
इससे पहले ट्रंप ने कहा, ‘FORDOW IS GONE.’ यानी फोर्डो अब अस्तित्व में नहीं रहा. इससे भड़के ईरान ने अब पलटवार शुरू कर दिया है. ईरान ने इजरायल पर मिसाइलों की बारिश शुरू कर दी है. तेल अवीव में सायरन बज रहे हैं. इजरायली डिफेंस फोर्स ने लोगों से सुरक्षित रहने को कहा है. इस बीच इजरायल ने बड़ा बयान दिया है. इजरायल की सेना ने कहा कि ईरान में अभी हमारा लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है. हमले तब तक जारी रहेंगे जब तक कि हमारे टारगेट पूरे नहीं हो जाते. ईरान क्या अमेरिका पर अटैक करेगा? इसी पर पूरी दुनिया की नजर है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. वह पल पल पर नजर रख रहे हैं. खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं. ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल डैन केन और रक्षा सचिव पीट हेगसेथ सुबह 8 बजे ईटी में पेंटागन में अमेरिकी ऑपरेशन के बारे में पत्रकारों को जानकारी देने के लिए तैयार हैं.
इस हमले में अमेरिका ने पहली बार अपनी सबसे ताकतवर बम तकनीक GBU-57A यानी ‘बंकर बस्टर’ का इस्तेमाल किया. 13,600 किग्रा वजनी ये बम इतने घातक थे कि 60-90 मीटर गहराई में बनी फोर्डो की न्यूक्लियर साइट भी ध्वस्त हो गई. हमला करने आए 6 B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर्स ने कुल 12 बंकर बस्टर गिराए, जबकि एक B-2 ने नतांज पर 2 और बम बरसाए. वहीं अमेरिकी नौसेना की पनडुब्बियों ने नतांज और इस्फहान पर 30 टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें दागीं. ट्रंप ने कहा, ‘ईरान मिडिल ईस्ट का सबसे बड़ा आतंकी समर्थक है. हमने ताकत दिखाई, अब वक्त है शांति का.’ लेकिन ईरान की प्रतिक्रिया इससे कहीं ज़्यादा विस्फोटक रही. रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने कहा, ‘अब हमारे लिए युद्ध शुरू हो चुका है. उन्हें जहां देखो, मार दो.’ खामेनेई के प्रतिनिधि ने भी कहा, ‘बहरीन में अमेरिकी नौसेना पर हमला करो और हॉर्मुज जलडमरूमध्य को बंद कर दोccc